द्विपक्षीय संवाद से नगर निगम और पार्षदों के बीच समन्वय की स्वस्थ परंपरा हो रही स्थापित।

💚 करनाल 26 अप्रैल,                नगर निगम आयुक्त नरेश नरवाल की नगर पार्षदों के साथ मीटिंग कर उनकी समस्याएं सुनकर निराकरण करने का तरीका असरदार साबित हो रहा है। खास बात यह है कि द्विपक्षीय संवाद से पार्षदों की निगम की कार्यशैली को लेकर किसी तरह की नाराजगी न के बराबर हो रही है। दूसरी ओर उनकी इच्छा मुताबिक विकास कार्यों को लेकर निगमायुक्त के आदेशों पर अमल भी हो रहा है।

           वार्ड पार्षदों के साथ मीटिंग की तीसरी कड़ी सोमवार को नगर निगम कार्यालय में सम्पन्न हुई। इसमें वार्ड 10 के पार्षद वीर विक्रम कुमार और वार्ड 11 के पार्षद प्रतिनिधि गिन्नी विर्क मौजूद रहे। दोनो ने निगमायुक्त को बारी-बारी अपने वार्ड से सम्बंधित समस्याओं की ओर ध्यान दिलाया। निगमायुक्त सुनते रहे और मीटिंग में बैठे अधिकारियों को निर्देश देते रहे। उन्होंने पार्षदों की एक-एक बात को नोट कर उस पर एक्शन टेकन रिपोर्ट बनाने के लिए डीएमसी को निर्देश दिए। मीटिंग में संयुक्त निगमायुक्त शंभू, उप निगमायुक्त अरूण कुमार, कार्यकारी अधिकारी देवेन्द्र नरवाल, वरिष्ठ लेखा अधिकारी अशोक कुमार ग्रोवर, अनुभाग अधिकारी सत्य प्रकाश गांधी व इंजीनियरिंग विंग के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।  
            निगमायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश देते कहा कि आगे मानसून सीजन आएगा, जल भराव को लेकर शहर में जितने भी चिन्हित स्थल हैं, उनकी सूची बनाकर वर्कआउट करें। सभी डिस्पोजल पाँयट अभी से चैक कर लें, जेनरेटर सेट की आवश्यकता हो या मैन पावर लगाने की, सम्बंधित एजेंसी से उसकी पूर्ति करें। एक बेलदार की ड्यूटी लगाएं, जो लॉगबुक को मेन्टेन करें। बारिश का पानी निकालने के लिए व्हीकल माउंटिड पम्प का भी इंतेजाम रखें। यदि किसी एरिया में सम्प वेल या पाईप लाईन डालने की जरूरत हो, उस पर तुरंत काम करें। उन्होंने कहा कि बरसाती सीजन में पौधारोपण किया जाता है। इस बार निगम ने शहर के वार्डों में 1 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, प्रत्येक वार्ड में 3-4 हजार पौधे लगाए जाएंगे, जो छायादार व फलदार दोनो तरह के होंगे।
               वार्ड 10 के पार्षद वीर विक्रम कुमार ने निगम आयुक्त की पार्षदों के साथ मीटिंग को एक स्वस्थ परंपरा करार देकर कहा कि इसके अच्छे परिणाम निकलेंगे। उन्होंने कहा कि उनके वार्ड के कुछ काम ऐसे हैं, जो प्राथमिकता के हैं, उनके एस्टीमेट बने हुए हैं, उनमें सफाई, सीवर लाईन और गलियों के काम हैं, इन्हें शुरू करवा दें। इस पर निगमायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन कामों को हरियाणा इंजीनियरिंग वक्र्स पोर्टल पर  अपलोड करके उसकी स्वीकृति ले ली जाए और काम शुरू कर दें। पार्षद ने बताया कि उनके वार्ड में एच.एस.वी.पी. का एरिया है, सीवरेज और वाटर के लिए न मशीनरी है, न पैसा। निगम इन दोनो को अपने अधीन ले लें। निगमायुक्त ने बताया कि इसका प्रस्ताव मुख्यालय भेज देंगे, मंजूरी आई तो इसे टेकअप कर लेंगे।
             उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जो टैण्डर खत्म होने के कगार पर होते हैं, दो-तीन महीने पहले ही उसकी एक्सटेंशन या नया टैण्डर लगाने की जरूरत हो, लगा दें, ताकि कार्य की निरंतरता बनी रहे। सीवरेज, ड्रेनेज और वाटर सप्लाई को त्वज्जों दें। खराब टिप्परों को ठीक करवाएं। सी. एंड डी. वेस्ट को उठाने का टैण्डर खत्म हो गया है, इसके लिए उन्होंने संयुक्त निगमायुक्त को निर्देश दिए कि यह कार्य यां तो पुराने ठेकेदार से करवाएं या नया टैण्डर लगाएं। टैण्डर में यह भी स्पष्ट करें कि ठेकेदार ग्रीन वेस्ट को भी उठाएगा और उसे उठाने के लिए एक निश्चित अवधि तय की जाए। पार्षद ने सुझाव दिया कि वार्डों में सफाईकर्मी काफी समय से एक ही जगह ड्यूटी कर रहे हैं, उनके अंतर वार्ड तबादले किए जाएं। उन्होंने रिक्शा-रेहड़ी की संख्या में भी बढ़ौतरी की मांग की। इस पर निगमायुक्त ने स्वच्छता अधिकारी महावीर सोढी को निर्देश दिए कि स्वीपर का 6 महीने या एक साल के बाद एरिया बदल दें, यह काम लिखित में हो। उन्होंने पार्षद को बताया कि 100 नई रिक्शा-रेहड़ी स्वीकृत कर दी हैं, जो गलियों में सफाई के लिए जल्द ही निगम के सफाई संसाधन बेड़े में शामिल हो जाएंगी। पार्षद ने बताया कि वार्ड-10 में 4 डिस्पोजल हैं, जिन कर्मचारियों की वहां ड्यूटी होती है, उन कर्मचारियों के नाम व मोबाईल नम्बर उनके पास होने चाहिएं, ताकि किसी समस्या के समय कर्मचारी से सम्पर्क किया जा सके।
                 निगमायुक्त ने कहा कि वार्ड में जहां-जहां भी पानी का भराव हो जाता है, उन स्थानो की लिस्ट निगम में दे दें, ताकि उसका समाधान सुनिश्चित हो। उन्होंने पार्षद की शिकायत पर जीओ, एयरटेल व आई.जी.एल. जैसी कम्पनियों द्वारा सड़कों पर किए गए गड्डों को दुरूस्त करने के लिए एक्सईएन सतीश शर्मा को निर्देश दिए कि ऐसी कम्पनी की ईएमडी रोकें या सिक्योरिटी जब्त करें। निगम पार्षद ने मांग की कि निर्मल कुटिया से सेक्टर-14 की ग्रीन बेल्ट का एरिया लो लाईन में है, बारिश के दिनो में इस एरिया का पानी वार्डों में भी आ जाता है, इसका समाधान किया जाए। इस पर निगमायुक्त ने कहा कि इस एरिया में जितने भी रेन वाटर हार्वेस्टर हैं, उनकी अच्छे से सफाई करवाई जाए, वार्ड में पानी नहीं जाना चाहिए। जहां डिस्पोजल की जरूरत हो, बना दें और पानी निकासी के लिए पाईप लाईन मुगल कैनाल में भी डाली जा सकती है। पार्षद ने उनके वार्ड में मौजूद पार्कों के सौंदर्यकरण पर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद चौक से हरियाणा नर्सिंग होम तक तथा कालड़ा मार्किट रोड वार्ड-10 की मुख्य सड़कें  हैं, इनका सौंदर्यकरण किया जाए। निगमायुक्त ने बताया कि नगर निगम एरिया में 184 पार्क हैं, इनके जोन बनाने जा रहे हैं और सौंदर्यकरण के लिए टैण्डर लगाने की तैयारी है। वार्ड 10 की दोनो मुख्य सड़कों पर गुलमोहर लगाने के लिए उन्होंने एक्सईएन नरेश त्यागी को निर्देश दिए। स्ट्रीट लाईट बारे बताया कि एल.ई.डी. लाईटें लगाने का कार्य शुरू होने जा रहा है, इसे वार्ड-10, 11, 12 व 13 से शुरू करेंगे।
                   मीटिंग में वार्ड-11 के पार्षद प्रतिनिधि गिन्नी विर्क ने भी अपनी समस्याएं बताई। उन्होंने निगमायुक्त का यह कहकर धन्यवाद किया कि मॉनिटरिंग से विकास कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता आई है। उन्होंने बताया कि गुरूद्वारा मार्किट मॉडल टाऊन में बारिश का पानी इकठ्ठा हो जाता है, इसके डिस्पोजल की उचित व्यवस्था करवाई जाए। उन्होंने दयानंद कॉलोनी में भी बरसाती पानी इकठ्ठा होने की समस्या बताई। मॉडल टाऊन में सड़कों पर अतिक्रमण की ओर निगम अधिकारियों का ध्यान दिलाया। कुछ जगह नालों की सफाई करवाए जाने की भी मांग की। पार्षद ने कहा कि कूड़े-कचरे की लिफ्टिंग का जो कार्य होता है, उसकी भी उपयुक्त मॉनिटरिंग होनी चाहिए, नाईट स्वीपिंग की भी चैकिंग होनी चाहिए। छोटी नालियों की भी रूटीन में सफाई करवा दें। प्रणामी मंदिर में नलकूप बंद हो गया है, उसे चालू करवाया जाए। वाल्मिकी बस्ती में नलकूप के लिए जो पाईप लाईन डाली गई थी, उसकी रिस्टोरेशन नहीं हुई है। उन्होंने वार्ड में सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की मांग की। रात को स्वीपिंग मशीन कितना काम करती है, इसका हिसाब-कताब रखने का सुझाव दिया।  
                  इस पर निगमायुक्त ने पार्षद को बताया कि प्रणामी मंदिर में नलकूप को चालू करवा दिया जाएगा, नालियों की सफाई करा दी जाएगी। वाल्मिकी बस्ती में पाईप लाईन की रिस्टोरेशन भी ठेकेदार से करवाएंगे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ऐसे कामो के लिए टैण्डर डॉक्यूमेंट को साइंटिफिक तरीके से तैयार करें, जिसमें काम को लेकर वायबल और वर्केबल शर्तें हों। किसी भी एजेंसी को माईनस में काम न दें। सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने बाबत उन्होंने कहा कि वर्तमान में 1059 सफाई कर्मचारी हैं, इनमें से 108 कर्मचारी टिप्पर चलाते हैं, इन्हें टिप्परों से हटाकर सफाई में लगाएंगे और पोर्टल से टिप्पर चलाने वाले ड्राईवरों की भर्ती करेंगे। उन्होंने सफाई अधिकारी को निर्देश दिए कि सफाई मशीन का अगले महीने से रूट प्लान बनाएं, उसे पार्षदों के व्हाट्एप ग्रुप में डालें, नाईट स्वीपिंग की भी चैंकिंग करें। लिफ्टिंग के कार्य की मॉनिटरिंग के लिए भी निगमायुक्त ने निर्देश दिए। उन्होंने पार्षद को बताया कि मॉडल टाऊन की सड़कों से अतिक्रमण को हटाने के लिए विशेष अभियान चलाएंगे, इसके लिए उन्होंने ई.ओ. को वार्ड की मैपिंग करने के निर्देश दिए। मॉडल टाऊन में गुरूद्वारा मार्किट व दयानंद कॉलोनी में जल भराव की समस्या से निपटने के लिए उन्होंने बताया कि पाईप लाईन डालकर ड्रेनेज की व्यवस्था करेंगे।        
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