आंदोलन खत्म होने के चार माह बाद किसान फिर से सड़कों पर

 तीन कृषि कानूनों को लेकर एक साल से ज्यादा समय तक दिल्ली की सीमाओं पर चला आंदोलन खत्म होने के चार माह बाद फिर से किसानों में उबाल आ गया है। कई मांगों को लेकर किसानों की ओर से शनिवार को एक बार फिर टोल प्लाजा को फ्री करवाने की शुरूआत की गई। अभी तीन घंटे की काल दी गई। सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक टोल फ्री करवाने के लिए किसान पहुंचे।

तीन घंटे रहेंगे टोल फ्री

हालांकि 11 बजे तक बहादुरगढ़ में तीन में से केवल एक टोल ही फ्री हुआ था। यहां पर नेशनल हाइवे 334बी पर छारा में, नेशनल हाइवे-नौ पर रोहद में और केएमपी एक्सप्रेस वे पर आसौदा-मांडौठी के बीच टोल प्लाजा है। यहां पर छारा टोल को किसानों ने 10 बजे फ्री करवा दिया। हालांकि यहां पर 10-12 ही किसान पहुंचे थे। किसी तरह के तनाव को टालने के लिए टोल कंपनी के कर्मचारी बैरियर बूथ से हट गए। किसानों की अगुवाई कर रहे चिंटू छारा ने कहा कि किसानों की कई मांग है। एक तो गेहूं की फसल पर सरकार की ओर से 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दिया जाए।

15 किलोमीटर के एरिया में टोल फ्री हो

दूसरा, किसी भी टोल के 15 किलोमीटर के एरिया में जितने भी गांव आते हैं, उनके लिए टोल फ्री किया जाए। एमएसपी पर सरकार की ओर से कानून बनाने के साथ ही आंदोलन के समय जितने भी मुकदमे दर्ज हुए थे, उनको तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि लखीमपुर हिंसा के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो। उधर, किसानों के इस प्रदर्शन को देखते हुए सभी टोल प्लाजा पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। रोहद और मांडाैठी टोल अभी चालू है। वहां पर काेई भी किसान टोल फ्री करवाने के लिए नहीं पहुंचा है। किसानों का कहना है कि यदि सरकार उनकी मांग पूरी नही करती है तो फिर से आंदोलन खड़ा किया जाएगा।

Comments